Van Mahotsav Essay In Hindi | वन महोत्सव पर निबंध कक्षा 1-12

नमस्कार दोस्तों। आज के इस आर्टिकल में हम वन महोत्सव पर निबंध (Van Mahotsav Essay In Hindi) और इन से जुड़ी सारी जानकारी आप लोगों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे। वन हमारे लिए कितना जरूरी है, और इससे हमें किस तरह से लाभ मिलेगा यह सारी चीज इस आर्टिकल में पढ़ने को मिलेगा। जैसे-भारत में वन महोत्सव कब मनाया जाता है? वन महोत्सव मनाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण, वन महोत्सव पर 10 वाक्य, वन महोत्सव पर 20 वाक्य, वन महोत्सव पर कविता और वन महोत्सव से आप क्या समझते हैं। यह सारी चीज आज के इस आर्टिकल में पढ़ने को मिलेगा। तो कृपया अंत तक बने रहें।

वन महोत्सव पर निबंध हिंदी में कक्षा 1-12 के लिए | Van Mahotsav Essay In Hindi Class 1 – 5, 6, 7, 8, 9, 10

मानव जीवन में वन का बहुत बड़ा योगदान है। इंसान ही नहीं बल्कि पशु-पक्षी और जीव-जंतु के लिए भी वन बहुत ही ज्यादा जरूरी है। वन हमारे पर्यावरण को साफ एवं सुरक्षित रखता है। यह हमारे लिए हर तरीके से फायदेमंद है। वन महोत्सव हर साल जुलाई महीने के पहले सप्ताह 1 से 7 के बीच में मनाया जाता है। जिसका तात्पर्य है अंधाधुंध पेड़ो की कटाई को रोकना, और ज्यादा से ज्यादा जितना हो सके पेड़ को लगाना।

इस महोत्सव के उपलक्ष्य में लाखों पेड़ लगाया जाता है। जो हमारे लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। इसका चलन सर्वप्रथम 1950 में के एम मुंशी द्वारा शुरू किया गया था। जो भारत में एक वार्षिक वृक्षारोपण उत्सव के रूप में मनाया जाता है। जो अभी भी भारत देश में मनाया जाता है। वन हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण है। आईए जानते हैं, वन महोत्सव हिंदी में (Van Mahotsav Essay In Hindi) निबंध के माध्यम से।

वन हमें ऑक्सीजन देता है, यह हमारे वातावरण को साफ रखता है, और वातावरण को प्रदूषित होने से बचाता है। यह हमें खाने के लिए मीठे और ताजे फल देते हैं। जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। पेड़ हमें छाया देता है, और ठंडी हवा भी देता है। वन से पशु-पक्षी और जीव-जंतु को भी काफी लाभ मिलता है। वन पशु-पक्षी का घर होता है। उनको जिंदगी जीने का स्रोत होता है। अगर हम वन को ऐसे ही अंधाधुंध कटाई करेंगे। तो मानव जीवन से लेकर पशु और पक्षी यहां तक की हमारे पर्यावरण के लिए भी काफी नुकसानदेह है।

पहले के जमाने में लोगों के पास रहने के लिए घर नहीं हुआ करता था। खाने के लिए पर्याप्त भोजन नहीं हुआ करता था। तो लोग वन में ही अपना बसेरा किया करते थें, और उनके फल फूल तोड़कर खाया करते थें। गर्मी के दिनों में लोगो को वन काफी राहत देने का काम किया करता था, और सर्दी के दिनों में भी काफी लाभदायक होता था। गर्मी के दिनों में लोग पेड़ों के नीचे जाकर बैठा करते थें, और उनसे आने वाली ठंडी ठंडी हवा का आनंद लिया करते थें। सर्दी के दिनों में लोग इसके लकड़ियों का इस्तेमाल आग जलाने के लिए किया करता था।

ताकि खुद को गर्म रख सके और ठंड से खुद को बचाए रख सके। ऐसे ही वन पशु पक्षियों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होता था। क्योंकि मनुष्य तो अपना भोजन पका कर के भी खा लेते हैं, लेकिन पशु-पक्षी क्या करें उनको तो पकाने नहीं आता है। इसलिए वह उनके फल-फूल तोड़ कर खाते हैं, और पेड़ो पर रहते हैं। पक्षी अपना घोंसला बनाकर वन में रहते है। तथा जानवरों वन में मांद बना कर रहते हैं। वन हमारे प्राकृतिक का संतुलन बनाए रखने में भी
काफी योगदान देता है।

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अगर वन नहीं होगा तो बरसात भी नहीं आयेगी, और हर जगह सूखा पड़ जाएगा। जिसके वजह से लोग पानी के लिए और खाने के लिए तरस जाएंगे। जमीन में दरार आ जाएगा, और किसान उस जमीन पर अन्न नहीं उगा पाएंगे। वन हमें कई आपदा से भी बचाता है। जैसे भूकंप आने से, सुखा पड़ जाने से, बाढ़ आने से, और पृथ्वी के ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने से बचाती है। वनों की कटाई से कई बार सूखा पड़ जाता है। जिससे पर्याप्त मात्रा में किसी भी इंसान और जानवरों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है, और वह मर जाते हैं।

जिस तरह से वन के अंधाधुंध कटाई हो रहा है, और उस जगहों पर फैक्ट्रियां बनायि जा रहे हैं। जो हमारे प्रकृति के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो रहा है। फैक्ट्रीयो की वजह से वातावरण प्रदूषित हो रहे हैं। जल और वायु प्रदूषित हो रहे हैं। जिसके वजह से हमें सांस लेने में काफी कठिनाई होता है। और दम घुटने लग जाता है। जिसकी वजह से कुछ लोगों की मृत्यु भी हो जाती है। वन की कटाई से हमारे प्राकृतिक में रहने वाले पशु-पक्षी में भी काफी कमी हमे देखने को मिल रही है।

प्रदूषण होने की वजह से पशु-पक्षी मर रहे है, पशु-पक्षियों की वृद्धि में काफी कमी आ गई है। उनके कई प्रजाति भी विलुप्त हो गया है। क्योंकि पेड़ो को जिस तरह से काटा जा रहा है, और उस जगह पर बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां लगाई जा रही है। जिसके वजह से वातावरण काफी प्रदूषित हो रहा है। फैक्ट्रियां से निकलने वाली धुआं हवा को प्रदूषित कर रहा है, और उसे निकालने वाली गंदा पानी हमारे नदियों में मिल रहा है, जिसके पानी भी प्रदूषित हो रहा है। पशु-पक्षी नदी का ही पानी पीते है, जिससे उनकी मृत्यु हो जाती है।


उन्हें पर्याप्त शुद्ध जल और शुद्ध ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। जिस वजह से वह मर जाते हैं। जो हमारे प्राकृतिक के लिए काफी खतरनाक साबित हो रहा है। इसी सब को देखते हुए हमारे भारत में हर साल वन महोत्सव मनाया जाता है। हमें इस बात को अपने अंदर बैठा लेना है, कि अगर हम एक पेड़ को काटते हैं। तो उसके जगह पर दस पेड़ो को लगाए। क्योंकि जितना ज्यादा वातावरण साफ रहेगा, शुद्ध रहेगा, उतना ही हमारे लिए और हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए काफी फायदेमंद होगा।

भारत में वन महोत्सव कब मनाया जाता है ? | Bharat Mein Van Mahotsav Kab Manaya Jata Hai

van mahotsav essay in hindi

वन महोत्सव का मतलब है वृक्षों का त्यौहार। यह त्यौहार वृक्षों को काटने और अधिक से अधिक वृक्ष लगाने के लिए मनाया जाता है। भारत में वन महोत्सव जुलाई के पहले सप्ताह 1 से 7 तक के बीच में मनाया जाता है। वन महोत्सव की शुरुआत 1950 में सर्वप्रथम कि गई थी। यह त्यौहार पूरी एक सप्ताह तक चलता है। जिसकी शुरुआत कन्हैया लाल मानिक लाल मुंशी के द्वारा किया गया था। जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम की सेनानी, राजनेता, गुजराती एवं हिंदी के ख्यातनाम साहित्यकार तथा शिक्षाविद थे। इन्होंने भारतीय विद्या भवन का भी स्थापना किए थे।

इनका जन्म 30 दिसंबर 1887 भरूच में हुआ था। तथा इनका मृत्यु 8 फरवरी 1971 में मुंबई में हुआ था। जंगलों की कटाई को देखते हुए 2023 में भारतीय क्रिकेट खेल जगत के कंट्रोल बोर्ड बीसीसीआई के द्वारा एक बहुत बड़ा कदम उठाया गया था। 2023 में आईपीएल के दौरान बीसीसीआई ने घोषणा किया था, कि एलिमिनेटर मैच के दौरान जितने भी डॉट बॉल होगी यानी कि हर एक डॉट बॉल पर 500 वृक्ष लगाया जाएगा। जो हमारे देश के लिए काफी लाभदायक साबित हुआ था।

वन महोत्सव मनाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण क्या है ? | Van Mahotsav Manane Ka Sabse Mahatvpurn Karan

देखा जाए तो भारत को एक त्योहारो का देश माना जाता है। भारत में बहुत सारे त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाये जाते है। परंतु जब हमारे मानव जाति, पशु-पक्षी और पृथ्वी को बचाने की बात आती है। तो इस तरह का त्योहार हमारे देश में बहुत कम ही मनाये जाते है। जिसमें से एक त्यौहार वन महोत्सव है। जो हमारे और हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए काफी महत्वपूर्ण है। वन महोत्सव को जुलाई के पहले सप्ताह में मनाया जाता है। वन महोत्सव त्यौहार की खास बात यह है, कि लोगों के द्वारा इस त्यौहार को गंभीरता पूर्वक लेना शुरू कर दिया गया है।

क्योंकि अगर हमें जिंदा रहना है। तो हमें पृथ्वी को हरा-भरा और खुशहाल बना कर रखना होगा। इसलिए हमें पेड़ लगाने की महत्व को समझना होगा। और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने होंगे। हमारे देश में हर साल वन महोत्सव के दौरान हजारों पेड़ लगाया जाता है। जिससे हमें यह लाभ होगा कि हमारी पृथ्वी का ग्लोबल वार्मिंग कम हो जायेगा, और हम अपनी जिंदगी खुशहालपूर्वक बिता सकेंगे।

चिपको आन्दोलन

जंगलों के अंधाधुंध कटाई को देखते हुए सन 1973 में चिपको आंदोलन की शुरूआत कि गई थी। चिपको आंदोलन की शुरुआत चंडी प्रसाद भट्ट और गौरा देवी के द्वारा किया गया था। जिसका नेतृत्व भारत के महान पर्यावरण चिंतक सुंदरलाल बहुगुणा द्वारा किया गया था। जिसका प्रमुख उद्देश्य था जंगलों की कटाई को रोकना। चिपको आंदोलन भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिले के गोपेश्वर में हुआ था। इस आंदोलन के तहत सभी स्त्री और पुरुष पेड़ो की कटाई को रोकने के लिए पेड़ों से ही चिपक गए थे। इसलिए इस आंदोलन को चिपको आन्दोलन कहा गया।

वन महोत्सव पर 10 वाक्य | 10 Lines On Van Mahotsav

van mahotsav essay in hindi
  1. वन हमारे पर्यावरण को साफ एवं सुरक्षित रखता है।
  2. वन महोत्सव हर साल जुलाई महीने के पहले सप्ताह 1 से 7 के बीच में मनाया जाता है।
  3. वन महोत्सव का तात्पर्य है। अंधाधुंध पेड़ो की कटाई को रोकना, और ज्यादा से ज्यादा जितना हो सके पेड़ को लगाना।
  4. वन महोत्सव के उपलक्ष्य में लाखों पेड़ लगाया जाता है। जो हमारे लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
  5. वन महोत्सव का चलन सर्वप्रथम 1950 में के एम मुंशी द्वारा शुरू किया गया था। जो भारत में एक वार्षिक वृक्षारोपण उत्सव के रूप में मनाया जाता है।
  6. वन हमें ऑक्सीजन देता है। यह हमारे वातावरण को साफ रखता है, और वातावरण को प्रदूषित होने से बचाता है।
  7. वन से पशु-पक्षी और जीव-जंतु को भी काफी लाभ मिलता है।
  8. वन हमारे प्राकृतिक का संतुलन बनाए रखने में भी काम काफी योगदान देता है।
  9. अगर वन नहीं होगा, तो बरसात भी नहीं आयेगी, और हर जगह सूखा पड़ जाएगा।
  10. वन के बिना हमारी जिंदगी अधूरी है।

वन महोत्सव पर 20 वाक्य हिन्दी में | 20 Lines On Van Mahotsav In Hindi

  1. वनों की कटाई से कई बार सूखा पड़ जाता है। जिससे पर्याप्त मात्रा में किसी भी इंसान और जानवरों को पानी नहीं मिल पाता है, और वह मर जाते हैं।
  2. पेड़ो को जिस तरह से काटा जा रहा है, और उस जगह पर बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां लगाई जा रही है। जिसके वजह से वातावरण काफी प्रदूषित हो रहा है।
  3. जंगलों की कटाई के वजह से पशु-पक्षी मर रहे है। पशु-पक्षियों की वृद्धि में काफी कमी आ गई है। उनके कई प्रजाति भी विलुप्त हो गया है।
  4. हमे ये संकल्प लेना है, कि अगर हम एक पेड़ को काटते हैं। तो उसके जगह पर दस पेड़ो को लगाए।
  5. जितना ज्यादा वातावरण साफ रहेगा, शुद्ध रहेगा, उतना ही हमारे लिए और हमारे आने वाले पीढ़ी के लिए काफी फायदेमंद होगा।
  6. वन हमें कई आपदा से भी बचाता है। जैसे भूकंप आने से, सूखे आने से, बाढ़ आने से, और पृथ्वी के ग्लोबल वार्मिंग बढ़ने से बचाती है।
  7. हर एक व्यक्ति को पेड़ लगाना चाहिए।
  8. जंगल पशु-पक्षी का घर होता है।
  9. वन की वजह से हमारा वातावरण मनमोहक होता है।
  10. वनों की वजह से हमे शुद्ध ऑक्सिजन मिलता है।
  11. वन महोत्सव को एक राष्ट्रीय त्यौहार घोषित किया गया है।
  12. वनों से हमे कई तरह के औषधि भी मिलता है। जो हमारे उपचार के काम में आते है।
  13. वन की वजह से वर्षा होता है। और पृथ्वी के तापमान को नियंत्रण में रखता है।
  14. पृथ्वी पर रहने वाले 80% पौधे,पशु- पक्षी और कीड़े वनों में ही रहते है।
  15. वन की अगर हम रक्षा करेंगे। तो, वन हमारे भविष्य की रक्षा करेगा।
  16. वन हमारे अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाता है।
  17. वन पर्यावरण को बेहतर बनाता है।
  18. वन को जंगल भी कहा जाता है।
  19. वनों के बिना जिंदगी जीना आसान नहीं है। इसलिए हमे वनों की कटाई को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाना होगा।
  20. वन हमारे पिता सम्मान होते है।

वन महोत्सव पर कविता | Van Mahotsav Par Kavita

पेड़ लगाओ पेड़ लगाओ
फल फूलों के पेड़ लगाओ,
पानी से सींचकर इन्हें बढ़ाओ
पेड़ लगाओ पेड़ लगाओ।

फूल ना तोड़ो पत्ते ना तोड़ो
देखभाल में कोई कसर ना छोड़ो,
पृथ्वी पर हरियाली लाओ
जीवन में खुशहाली पाओ।

वन महोत्सव से आप क्या समझते है ? | Van Mahotsav Se Aap Kya Samajhte Hain ?

van mahotsav essay in hindi

वन महोत्सव हर साल जुलाई के पहले सप्ताह 1 से 7 जुलाई तक मनाया जाता है। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य है। वनों के बारे में लोगों का जागरूक करना। तथा जंगलों की कटाई को रोकना, और ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाना। वन महोत्सव एक वार्षिक वृक्षारोपण त्यौहार है। इस त्यौहार के दरमियान पूरे भारत देश में वृक्षारोपण अभियान चलाया जाता है। इस महोत्सव पर लोग काफी मात्रा में पेड़ लगाते हैं, और लोगों को पेड़ लगाने के लिए जागरुक करते हैं। और इस महोत्सव में भारी संख्या में भाग लेने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं।

निष्कर्ष

वन महोत्सव पर निबंध हिंदी में (Van Mahotsav Essay In Hindi) हम वन महोत्सव से संबंधित जानकारी आप लोग तो पहुंचने का प्रयास किया है। वन महोत्सव हमारे लिए कितना जरूरी है, और पेड़ों की कटाई से हमारे जीवन में क्या प्रभाव पड़ेगा। यह आप लोग को पता चल गया होगा। इसलिए हमें जितना हो सके पेड़ लगाना चाहिए। ताकि हमें अपने पृथ्वी को हरा भरा और खुशहाल रख सके। पेड़ लगाने से हमारा वातावरण और वायु प्रदूषित नहीं होगा। और हम अच्छे से सांस ले सकेंगे। पेड़ लगाने से हमारे पृथ्वी ग्लोबल वार्मिंग भी कम होगा।

Van Mahotsav FAQs:

वन महोत्सव भारत में कब मनाया जाता है ?

वन महोत्सव हर साल भारत में जुलाई के पहले सप्ताह में मनाया जाता है।

वन महोत्सव की शुरुआत कब हुई थी?

वन महोत्सव का शुरुआत सन् 1950 में हुई थी।

वन महोत्सव की शुरुआत किसने की ?

वन महोत्सव का शुरुआत कन्हैया लाल मानिक लाल मुंशी ने कि थी।

वन महोत्सव कितने दिनों तक चलता है ?

वन महोत्सव सात दिनों तक चलता है।

इस आर्टिकल के माध्यम से हमने आपको वन महोत्सव पर निबंध (Van Mahotsav Essay In Hindi)  से संबंधित सभी जानकारी देने का प्रयास किया है। आशा करता हूं कि मेरा यह आर्टिकल आप सभी के लिए उपयोगी साबित हुआ होगा। ऐसे ही और अन्य सभी जानकारी के लिए हमारे वेबसाइट Suchna Kendra से जुड़े रहे। और हमारे Telegram Channel को जरूर join करे।

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