शिष्टाचार पर 10 वाक्य | 10 Lines on Shishtachar in Hindi

नमस्कार दोस्तों। आज के इस आर्टिकल में हम शिष्टाचार पर 10 वाक्य (10 Lines on Shishtachar in Hindi)के बारे में बात करेंगे और शिष्टाचार से जुड़ी जानकारी आपलोगों से साझा करेंगे। जो हमारे संस्कार और हमारे माता-पिता द्वारा दिया गया उच्च विचार को दर्शाता है। हमें अपने शिष्टाचारों से कैसे एक बेहतर समाज का निर्माण करना हैं। इसके बारे में जानेंगे। तो आपसे निवेदन है कि आर्टिकल के अंत तक पढ़े।

शिष्टाचार पर लाइन हिन्दी में | Shishtachar Par Line Hindi Me

शिष्टाचार किसी भी इंसान को एक बेहतर इंसान बनाता है। यह एक ऐसा गुण है। जो सभी गुणों में सर्वोच्च माना जाता है। अगर आपके पास शिष्टाचार वाली गुण नहीं है। तो आपसे लोग घृणा करने लग जाते हैं।आपसे बात नहीं करना चाहते हैं, और आपके पास भी नहीं आना चाहते हैं। इसलिए हमें अपने जीवन में शिष्टाचार को बहुत ज्यादा महत्व देना चाहिए। और हमे एक शिष्ट आचरण वाला व्यक्ति बनना चाहिए। शिष्टाचार हमें यह सिखाता है, कि हमें दूसरों के प्रति अच्छा व्यवहार रखना चाहिए और सदैव अपने से बड़ों का आदर करना चाहिए, तथा अपने से छोटे के साथ प्यार से पेसा आना चाहिए। हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए।

हमें कभी किसी के साथ बुरा बर्ताव नहीं करना चाहिए। घर आए मेहमान को तथा अपने घर में रहने वाले अपनों से बड़े लोग का हमेशा पैर छू कर प्रणाम करना चाहिए, और उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए तथा इनका हमेशा सम्मान करना चाहिए। और बिना किसी स्वार्थ के साथ सब का आदर करना ही शिष्टाचार कहलाता हैं। शिष्टाचार एक ऐसा गुण है जो व्यक्ति को महान बनाता है। शिष्टाचार से केवल आप ही महान नहीं बनते बल्कि आपके साथ-साथ आपके परिवार भी महान बनते है। जो आपको बचपन से ही अच्छा संस्कार देते आ रहे हैं। [10 Lines on Shishtachar in Hindi]

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शिष्टाचार एक ऐसा दवा है। जिससे हम दुख से सुख में जाते हैं। घृणा से प्रेम की ओर जाते हैं और नकारात्मकता से सकारात्मक की ओर जाते हैं। शिष्टाचार हमें बचपन से ही सीखते आना चाहिए। ताकि जब हम बड़े हो तो एक अच्छे व्यक्ति के हृदय लेकर बड़े हो। जिस व्यक्ति के अंदर शिष्टाचार होती है। वह व्यक्ति लोगों के दिलों में राज करते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने इस गुण से अपने दुश्मन को भी दोस्त बना लेते हैं।

ये हमेसा अपने समाज में पूजनीय होते है। जिस व्यक्ति के पास शिष्टाचार होती है। वह व्यक्ति हमेशा उन्नति के रास्तों पर अग्रसर होते चले जाते हैं। जो लोग शिष्टाचार का पालन नहीं करते है। वो लोग अपने दोस्तों को भी दुश्मन बना लेते हैं, और हमेशा दुर्गति के रास्तों पर चलते है। लोगों को उनसे घृणा आती है, उनसे बात करना भी पसंद नहीं करते हैं। इसलिए हमें हमेशा शिष्टाचार के रास्ते पर चलना चाहिए।

शिष्टाचार पर 10 वाक्य | 10 Lines on Shishtachar in Hindi (भाग 1)

10 Lines on Shishtachar in Hindi
  1. शिष्टाचार किसी भी व्यक्ति को एक बेहतर व्यक्ति बनाता है।
  2. जिस व्यक्ति के अंदर अच्छा शिष्टाचार होता है। वह व्यक्ति हमेशा समाज में पूजनीय होता है।
  3. जिस व्यक्ति के अंदर शिष्टाचार होता है, उनसे लोग कभी घृणा नहीं करते है, तथा उनसे हमेशा बात करना चाहते हैं।
  4. शिष्टाचार वाले व्यक्ति अपने अच्छे संस्कारों से एक बेहतर समाज बनाते हैं।
  5. शिष्टाचार वाले व्यक्ति अपने दुश्मन को भी अपने अच्छे शिष्टाचार से दोस्त बना लेते हैं।
  6. शिष्टाचार हमें अपनों से बड़ों का आदर और छोटे को प्यार करना सिखाते हैं।
  7. शिष्टाचार एक ऐसा गुण है, जो हर एक गुणों में सर्वोच्च गुण माना जाता है।
  8. शिष्टाचार हमारे साथ-साथ हमारे माता-पिता को भी एक अच्छा इंसान होने को दर्शाता है।
  9. शिष्टाचार हमें हमारे पहले गुरु हमारे माता-पिता ही सिखाते हैं।
  10. शिष्टाचार हमें सर्वश्रेष्ठ और सर्वगुण संपन्न व्यक्ति बनाता है।

शिष्टाचार पर 10 पंक्तियाँ | Shishtachar Par 10 Line (भाग 2)

  1. किसी भी इंसान से अच्छे से बात करना, और उनका आदर करना शिष्टाचार को दर्शाता है।
  2. अपने घर में आए मेहमानों को पैर छूकर आशीर्वाद लेना, और उनका आदर सत्कार करना। यह शिष्टाचार को दर्शाता है।
  3. जब भी हम किसी बड़े के साथ में खाना खाए। तो उनसे पहले खाने पर से नहीं उठाना चाहिए। जब तक कि वह खाना ना खा ले यह भी एक शिष्टाचार की निशानी है।
  4. हमेशा दूसरों की मदद करना। उनके दु:ख तकलीफ में उनका साथ देना एक अच्छी शिष्टाचार की निशानी है।
  5. हमें अपने स्कूल में अपने गुरुओं का आदर करना, तथा उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेना शिष्टाचार कहलाता है।
  6. हमेशा अपने अंदर प्रेम, भाव एवं मधुर विचार रखना शिष्टाचार को दर्शाता है।
  7. अपने समाज में या अपने मोहल्ले में सभी से प्यार से बात करना, तथा उनको हमेशा सम्मान देना शिष्टाचार कहलाता है।
  8. हमेशा मधुर भाषा बोलना, और अच्छा व्यवहार रखना जिससे आपकी दुश्मन भी दोस्त बन जाए। यह एक अच्छा शिष्टाचार होता है।
  9. जिस इंसान के अंदर नम्रता, प्रेम भाव होता है। उनके लिए हमेशा तरक्की का रास्ता खुला रहता है।
  10. हमें एक बेहतर समाज बनाने के लिए अपने जीवन में शिष्टाचार को लाना चाहिए।

शिष्टाचार पर 20 वाक्य | Shishtachar Par 20 Vakya

10 lines on shishtachar in hindi
  1. हमें हमेशा एक अच्छा इंसान बन कर रहना चाहिए।
  2. हमें हमेशा अपने से बड़ों का आज्ञा का पालन करना चाहिए।
  3. हमें हमेशा अपने से बड़ों का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
  4. हमें हमेशा अपनों से बड़ों का आदर करना चाहिए तथा छोटे से प्यार करना चाहिए।
  5. हमें हमेशा अपने परिवार वालो के साथ इज्जत बर्ताव करना चाहिए।
  6. हमें हमेशा दूसरों का मदद करनी चाहिए। तथा उनके सुख-दुख में साथ देना चाहिए।
  7. हमें हमेशा अपने गुरुओं का आदर करना चाहिए। तथा उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए।
  8. हमें हमेशा सच बोलना चाहिए।
  9. हमें हमेशा दूसरों के प्रति प्रेम, भाव एवं मधुर विचार रखना चाहिए।
  10. हमें हमेशा बड़े बुजुर्गो का आज्ञा का पालन करना चाहिए। तथा उनका पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए।
  11. हमें कभी भी दूसरों के प्रति ईर्ष्या और गंदी भावना नहीं रखनी चाहिए।
  12. हमें कभी भी अपने से बड़ों से ऊंचे आवाज में बात नहीं करना चाहिए।
  13. हमें हमेशा खुद को साफ सुथरा रखना चाहिए।
  14. हमें हमेशा सब से मिलजुल कर रहना चाहिए।
  15. हमें कभी भी किसी को गाली नहीं देना चाहिए।
  16. हमें कभी भी झगड़ा नहीं करना चाहिए।
  17. हमें हमेशा औरतों का इज़्जत तथा सम्मान करना चाहिए।
  18. हमें कभी भी दूसरों के प्रति गंदी नियत नहीं रखनी चाहिए।
  19. हमें हमेशा जानवरों से प्यार करना चाहिए।
  20. हमें हमेशा अपना हर एक काम समय के साथ करना चाहिए।

विद्यार्थी जीवन में शिष्टाचार का महत्व | Vidyarthi Jivan Me Shishtachar Ka Mahtva

10 lines on shishtachar in hindi

विद्यार्थी जीवन में शिष्टाचार का बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। विद्यार्थी जीवन में हमें खुद को नरम रखना और दूसरे के प्रति सम्मान देना शिष्टाचार का बहुत बड़ा मंत्र है। शिष्टाचार संस्कारी व्यक्ति का परिचायक है। नम्रता और सम्मान की भावना जिस व्यक्ति के अंदर होती है। वह हमेशा पूजनीय होता है। यह सभ्य समाज और संस्कारी विद्यार्थी माना जाता है। विद्यार्थी जीवन में हमें अपने शिक्षकों का हमेशा आदर करना चाहिए।

उनके आज्ञा का पालन करना चाहिए। क्योंकि मां-बाप के बाद हमारे दूसरे गुरु शिक्षक ही होते है। जो हमें अच्छा शिष्टाचार सिखाते हैं। अगर आपको एक अच्छा शिष्टाचारी विद्यार्थी बनना है। तो आपको अपने शिक्षक की कहीं हुई सभी बातें माननी चाहिए। जब भी हम स्कूल जाते हैं। तो, सर्वप्रथम अपने शिक्षक का पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए। हमेशा शिक्षक द्वारा दिया हुआ काम जैसे होमवर्क, असाइनमेंट इत्यादि तैयार करके जाना चाहिए।

हमें स्कूल में अपने से बड़ों के साथ सम्मान के साथ पेश आना चाहिए। उनके साथ इज्जत से बात करनी चाहिए। तथा जो आपको नहीं आता हो उनसे सीखना चाहिए। और स्कूल में हमेशा अपने से छोटे के साथ प्यार से बरताव करना चाहिए। उनकी हर तरह से मदद करनी चाहिए। यह एक अच्छे शिष्टाचार वाले विद्यार्थी को दर्शाता है।

निष्कर्स

10 Lines on Shishtachar in Hindi : मुख्य रूप से शिष्टाचार का अर्थ शिष्ट आचरण होता है। जिसमे शिष्ट का अर्थ अनुशासन है। अर्थात जो भी व्यक्ति अनुशासित होगा। वह शिष्ट आचरण वाला होगा। शिष्टाचार हमारे जीवन की एक ऐसी आधार शीला है। जिसके बिना हमारा जीवन का कोई अस्तित्व नहीं हैं। चाहे हम जीवन में कितने भी आगे क्यों ना बढ़ जाते परंतु अगर हमारे जीवन में अनुशासन नही है। तो हमारे उस सफलता की कोई कीमत नहीं हैं। इसलिए हमे बचपन से ही हमारे घरों पर स्कूलों में शिष्टाचार सिखाया जाता है।

शिष्टाचार अगर एक व्यक्ति में हो तो वो उसके परिवार के लिए भी काफी लाभदायक होता है। शिष्टाचार का मूल अर्थ है, अपने से बड़ों का सदा सम्मान करना, अपने गुरु, अपने शिक्षकों के लिए आदर और सम्मान का भाव रखना। बढ़े बुजुर्गो की आज्ञा करना ये सभी शिष्टाचार के उदाहरण के रूप में हैं। अर्थात अगर आप जीवन में सही मायने में एक अच्छा व्यक्ति बनना चाहते हो। तो सबसे पहले आपको खुद को अनुशासित व्यक्ति बनाना होगा।

FAQs: Frequently Asked Questions on Shishtachar

शिष्टाचार का वास्तविक अर्थ क्या है?

शिष्टाचार का वास्तविक अर्थ है शिष्ट आचरण अर्थात अनुशासन।

शिष्टाचार का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

शिष्टाचार का हमारे जीवन में बहुत ज्यादा महत्व है। क्योंकि एक अच्छा आचरण और एक सफल व्यक्ति बनने मे शिष्टाचार की विशेष भूमिका है।

शिष्टाचार का अंग्रेजी क्या होता है?

शिष्टाचार का अंग्रेजी Etiquette होता है।

शिष्टाचार का सबसे पहला गुण क्या है?

विनम्रता शिष्टाचार का सबसे पहला गुण है। शिष्टाचार व्यक्ति को सर्वप्रथम विनम्रता सिखाता है।

शिष्टाचर का उद्देश्य क्या है?

शिष्टाचार का उद्देश्य है, व्यक्ति को सदा विनम्रता के साथ अपने जीवन को जीना चाहिए हमेसा अपनी बातों में विनम्रता रखनी चाहिए। और सदा बड़ो का सम्मान और छोटो को प्यार देना चाहिए। और जीवन को अनुशासित ढंग से जीना चाहिए।

शिष्टाचार का उपदेश क्या है?

शिष्टाचार का उपदेश यह है की, कभी भी एक व्यक्ति को दुसरे व्यक्ति के प्रति मन के गलत भाव नही रखना चाहिए। एक दूसरे के प्रति प्यार और सम्मान का भाव रखना चाहिए।

शिष्टाचार का तीसरा आधार क्या है?

शिष्टाचार का तीसरा आधार अनुशासन का पालन करने को कहा जाता है। शिष्ट का अर्थ ही होता है अनुशासन इसलिए शिष्टाचार का एक रूप अनुशासन भी है।

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